एशिया कप में श्रीलंका से हिसाब चुकता करना चाहेगा भारत
भारत एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में श्रीलंका के खिलाफ अपने अभियान का पॉजिटिव अंदाज में आगाज करना चाहेगा। एशिया कप सचिन तेंडुलकर को रेकॉर्ड 100वीं इंटरनैशनल सेंचुरी बनाने का मौका देगा, जिसका काफी दिनों से इंतजार किया जा रहा है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज और फिर ट्राई सीरीज में इस उपलब्धि से चूक गए थे।यह टूर्नामेंट भारत को ऑस्ट्रेलिया में वनडे ट्राई सीरीज में आठ मैच में से केवल तीन में जीत वाले लचर प्रदर्शन को सुधारने का मौका प्रदान करेगा। इंग्लैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो विदेशी दौरों पर फ्लॉप होने के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जानते हैं कि अच्छी शुरुआत की अहमियत क्या है और वह इस टूर्नामेंट में शुरू से ही अच्छी लय बनाना चाहेंगे।
काफी बदल गया है फॉर्मैट: धोनी ने कहा, 'पिछले वर्षों में फॉर्मैट बदल गया है और अब चार अच्छी टीमें इसमें भाग लेती हैं। यह काफी छोटी सीरीज है और इसलिए इसमें सकारात्मक शुरूआत करना अहम होगा क्योंकि आप कभी-कभार ही सभी एशियाई देशों के साथ ऐसा टूर्नामेंट खेलते हैं।' भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाली टीम में बहुत कम बदलाव किए हैं, जिसमें यूसुफ पठान और तेज गेंदबाज अशोक डिंडा को टीम में शामिल किया गया है जबकि वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और उमेश यादव को चोटों के कारण आराम दिया गया है।
रोहित और रैना के लिए दम दिखाने का मौका: टूर्नामेंट रोहित शर्मा, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा जैसे यंग खिलाड़ियों को भी अपनी काबिलियत साबित करने का मौका देगा, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के कठिन हालात में काफी ढीला खेल दिखाया था। वहीं दूसरी तरफ युवा विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में अच्छे प्रदर्शन के बाद आत्मविश्वास से लबरेज होंगे, जिसने उन्हें सहवाग की गैरमौजूदगी में टीम का उपकप्तान बना दिया। लेकिन भारत के ऑस्ट्रेलिया में उतार-चढ़ाव वाले प्रदर्शन को देखते हुए धोनी को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में काफी चीजों पर गौर करना होगा। अंतिम एकादश में एकमात्र ऑलराउंडर स्थान के लिए यहां रवींद्र जडेजा और यूसुफ पठान के बीच भी करीबी मुकाबला होगा।
धोनी को अच्छे प्रदर्शन की आस: धोनी ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि हमने काफी ढीला प्रदर्शन किया। निश्चित रूप से हम ऐसे दौर में थे, जिसमें हम लगातार अच्छा नहीं कर पा रहे थे। विशेषकर जब वनडे की बात है तो मुझे लगता है कि हमने काफी अच्छा किया है। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। दुर्भाग्य से सहवाग टीम में नहीं हैं और हमें उनकी काफी कमी अखरेगी। वह सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। लेकिन इसका मतलब है कि अंतिम एकादश में हमारे पास एक स्थान है। यह स्थान यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी को भी दिया जा सकता है, जिनके पास आक्रामकता और स्थिरता का संतुलन है।' READ MORE
काफी बदल गया है फॉर्मैट: धोनी ने कहा, 'पिछले वर्षों में फॉर्मैट बदल गया है और अब चार अच्छी टीमें इसमें भाग लेती हैं। यह काफी छोटी सीरीज है और इसलिए इसमें सकारात्मक शुरूआत करना अहम होगा क्योंकि आप कभी-कभार ही सभी एशियाई देशों के साथ ऐसा टूर्नामेंट खेलते हैं।' भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाली टीम में बहुत कम बदलाव किए हैं, जिसमें यूसुफ पठान और तेज गेंदबाज अशोक डिंडा को टीम में शामिल किया गया है जबकि वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और उमेश यादव को चोटों के कारण आराम दिया गया है।
रोहित और रैना के लिए दम दिखाने का मौका: टूर्नामेंट रोहित शर्मा, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा जैसे यंग खिलाड़ियों को भी अपनी काबिलियत साबित करने का मौका देगा, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के कठिन हालात में काफी ढीला खेल दिखाया था। वहीं दूसरी तरफ युवा विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में अच्छे प्रदर्शन के बाद आत्मविश्वास से लबरेज होंगे, जिसने उन्हें सहवाग की गैरमौजूदगी में टीम का उपकप्तान बना दिया। लेकिन भारत के ऑस्ट्रेलिया में उतार-चढ़ाव वाले प्रदर्शन को देखते हुए धोनी को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में काफी चीजों पर गौर करना होगा। अंतिम एकादश में एकमात्र ऑलराउंडर स्थान के लिए यहां रवींद्र जडेजा और यूसुफ पठान के बीच भी करीबी मुकाबला होगा।
धोनी को अच्छे प्रदर्शन की आस: धोनी ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि हमने काफी ढीला प्रदर्शन किया। निश्चित रूप से हम ऐसे दौर में थे, जिसमें हम लगातार अच्छा नहीं कर पा रहे थे। विशेषकर जब वनडे की बात है तो मुझे लगता है कि हमने काफी अच्छा किया है। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। दुर्भाग्य से सहवाग टीम में नहीं हैं और हमें उनकी काफी कमी अखरेगी। वह सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। लेकिन इसका मतलब है कि अंतिम एकादश में हमारे पास एक स्थान है। यह स्थान यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी को भी दिया जा सकता है, जिनके पास आक्रामकता और स्थिरता का संतुलन है।' READ MORE
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